Shiv chaisa - An Overview

हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

O Lord, Purari, you saved all Deities and mankind by defeating and destroying the demons Tripurasur. You blessed your devotee Bhagirath and he was ready to accomplish his Vow right after rigorous Shiv chaisa penance.

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

ईश्वर ने मेरे भाग्य में shiv chalisa in hindi क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर shiv chalisa in hindi इच्छा जोई ।

ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

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